महाविद्यालय का परिचय
ऐतिहासिक महापुरुष गुरु शिरोमणि गुरु श्री द्रोणाचार्य जी के नाम पर बसा द्रोणकौल जिसका अपभ्रंष दनकौर के रूप में परिणित हुआ, यहाँ लगभग 150 साल से पंजीकृत श्री द्रोण गऊशाला
समिति जिसके अन्तर्गत श्री द्रोणाचार्य मंदिर स्थापित है, जिसमें एकलव्य द्वारा स्वनिर्मित श्री द्रोणाचार्य जी की मूर्ति स्थापित है। इसी के संरक्षण में 16 फरवरी 1997 में 'श्री द्रोणाचार्य डिग्री कॉलिज,
दनकौर की स्थापना की गयी। अपनी स्थापना के समय से अद्या अवधि यह महाविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान देकर क्षेत्र को गौरवान्वित कर रहा है।
वर्तमान में संस्थान में 6 संकायों के अन्तर्गत दो विषयों में स्नातकोत्तर व 17 विषयों में स्नातक की कक्षायें संचालित की जा रह है। श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दनकौर (गौतम बुद्ध नगर) उ0प्र0 चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ उ0प्र0 से सम्बद्ध एवं राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद जयपुर (NCTE)
द्वारा अनुमोदित है जिसमें शिक्षा संकाय (बी.एड.) को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् NAAC के द्वारा 'B'Grade प्राप्त हो चुका है।
श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय
प्रबंधकीय सन्देश
महाविद्यालय की गौरवमयी परम्परा का प्रबन्धकीय स्तम्भ मेरे लिए पितृ ऋण के रुप में आशीर्वाद है। महाविद्यालय के आधार स्तम्भ पूज्यनीय पिताजी श्री वेदप्रकाश
अग्रवाल जी की धरोवर के रुप में महाविद्यालयी जिम्मेदारियों को एक कुटुम्ब की तरह सम्पोषित करता हूँ। .....
"ज्यो गूंगे मीठे फल को यूं अतंरग ही भावे"
इस गहन सूक्ति का अनुभव मैं अपने जीवन में द्रोणाचार्य महाविद्यालय के सचिव/प्रबन्धक पद का प्रतिनिधित्व करते समय करता हूँ,
जिस प्रकार मूक व्यक्ति मीठे फल को खाने के बाद मिठास का वर्णन शब्दों में न करके आत्मा से प्रसन्न होकर करता है ठीक उसी प्रकार.....
प्राचार्या सम्बोधन
द्रोण नीड में कल्याण की भावना, प्रकाश का सम्बल तथा सर्वे भवन्तु सुखिन: की गत्यात्मकता यहाँ दृष्टिगोचर हो, नीड की जीवन्तता की समग्रता इस सरस्वती की वारिधि में आ जाए जिससे वसुंधरा की उर्वरता आनन्दमय हो यही हम चाहते हैं | जीवन में गत्यात्मकता हो, शारीरिक सबलता व् कुछ करने की ललक हो, समाज, देश, परिवेश को गति देने में हम आलम्बन का कार्य करें, यह कामना है | मानव, मानवीय गुणों से परिपूर्ण हो हम यही चाहेंगे | भ्रमित न हो, साथ दें, सम्मान हम करेंगे.....
लक्ष्य एवं उद्देश्य
- समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने हेतु युवा पीढ़ी को गुणात्मक शिक्षा के साथ उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करना .
- युवा पीढ़ी में आत्म विश्वास का संचार, व्यक्ति विकास अनुसंधानात्मक प्रवृतियां, समानता की भावना तथा राष्ट्रप्रेम की भावना प्रस्फुटित करने हेतु वातावरण प्रदान करना.
- ज्ञानपूर्ण और कल्याणकारी समाज के सतत उच्चयन के सदुपयोग से मुख्य भूमिका का निर्वहन करना.
महाविद्यालय कर्म मन्त्र
सरस्वती महाभागे, विद्या कमल लोचने |
विद्या रूपविशालाक्षी, विद्यायाम देही नमोस्तुते ||
कोर्सेज
विज्ञान स्नातक
Bio Group:- Zoology, Botany, Chemistry
वाणिज्य स्नातक
10+2 with33% marks (Eligibility- Commerece (5% addition), Arts, Science.)