उपस्थिति

विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में सम्मिलित होने के लिए विद्यार्थी की प्रत्येक विषय की सैद्धांतिक तथा प्रयोगात्मक कक्षाओं में अलग-अलग 75 प्रतिशत उपस्थिति अत्यंत अनिवार्य है |केवल अति विशेष परिस्थितियों में प्राचार्य द्वारा 5 प्रतिशत और कुलपति द्वारा 60 प्रतिशत की छूट दी जा सकती है, परन्तु 10 प्रतिशत उपस्थिति से कम होने पर विद्यार्थी को परीक्षा से वंचित कर दिया जायेगा |

यदि कोई विद्यार्थी कक्षाओं में अपनी आवश्यक उपस्थितियाँ पूर्ण कर लेता है किन्तु किसी कारणवश परीक्षा में नहीं बैठ पता या अनुत्तीर्ण हो जाता है तो उसी कक्षा (पाठ्यक्रम) में नियमित संस्थागत विद्यार्थी के रूप में प्रवेश अथवा पुनः प्रवेश नहीं दिया जायेगा | हालांकि वः आवश्यक परीक्षा-पत्र भरकर महाविद्यालय से भूतपूर्व विद्यार्थी के रूप में विश्वविद्यालय की परीक्षा में बैठ सकता है |